फिर उठी भगवान राम के फोटो वाली मुद्रा की मॉंग।
एक बार फिर से भगवान राम के फोटो वाली मुद्रा की मॉंग की जा रही है। इस बार महा कुम्भ से सनातन बोर्ड की मॉंग के बाद भगवान राम की फोटो वाली मुद्रा की मॉंग की जा रही है। अब भगवान राम के फोटो वाली मुद्रा की मॉंग जोर पकड़ती जा रही है। ये मांग पहली बार नहीं की जा रही है। यह मॉंग पूर्व में भी उठी थी जब स्वर्गीय डॉ मनमोहन सिंह जी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर थे। तब रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने यह कहते हुए इस मॉंग को ठुकरा दिया था कि एक देश में दो तरह की मुद्राएं नहीं चल सकतीं।
The Global Country of World नामक संस्था जिसने नीदरलैंड में भगवान राम की फोटो वाली मुद्रा के डिज़ाइन और परिचालन में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उसी संस्था ने इस मॉंग को एक बार फिर से उठाया है। यह संस्था महर्षि महेश योगी से जुड़ी है, जो की एक सबसे धनी आध्यात्मिक संस्था मानी जाती है।
इस संस्था से जुड़े अर्थशास्त्री RBI से मिलकर उन्हें मनाने का प्रयास करेंगे। ये लोग आश्वस्त है क़ि मोदी सरकार इनकी इस मॉंग को मान लेगी।
इस संस्था ने 2002 में अपनी संस्था की मुद्रा भी चलाई थी। जिसके 1 राम की कीमत 10 डॉलर रखी गई थी। इसमें 1, 5 और 10 के नोट थे। इन नोटों पर भगवान राम की फोटो के साथ राम राज्य मुद्रा अंकित है।
सबसे पहले यह मुद्रा नीदरलैंड में प्रिंट की गई। बाद में जर्मनी, स्विटजरलैंड, ऑस्ट्रिया समेत 30 देशों में राम मुद्रा चली। जहाँ लोगो ने इसे काफी पसंद किया। अब यह संस्था इसे भारत में भी चलाने के लिए प्रयासरत है।